✨ युवा प्रभुवार कविता ✨
अवसर को बहुमूल्य समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं,
मसीह में बढ़ते चलो, जीवन के हर घड़ी में।
सितंबर का दूसरा सप्ताह लाता है पुकार,
युवा प्रभुवार है आज, उठे संगति का स्वर।
केंद्रीय DCYM है दीपक, दिशा दिखाने वाला,
LDP कैंप से बनाता सेवक, नेता निराला।
उद्देश्य है तीन – स्तुति, सेवा, सत्संगति,
युवाओं को जोड़ता है प्रेम और एकता की गवाही।
नवा भंडारिया, डाल्टनगंज, कलाखजुरी का संग,
मसीह का प्रेम बाँटे, हर दिल में हो उमंग।
चाईबासा, जमशेदपुर, दलभंगा, चक्रधरपुर महान,
मानगो, टाटानगर, बड़बिल, कथबरी, सिमलीपाल के संग गान।
हजारीबाग, सितागढ़, रामगढ़, धनबाद, बोकारो नगरी,
युवा उठें प्रभु संग, बनें उजियाली डगर की।
इटकी, लोहरदगा, डूरु, सपारोम-बरगड़ी प्यारे,
कचाबरी संग मिलकर, करें प्रभु की जयकारे।
कामडरा, तम्बा, रामतोल्या, तापकरा, बानो, किनकेल,
युवा बनें सेवक सच्चे, करें प्रभु की माटी महल।
मनोहरपुर, कोहिपट, हटिंगहोड़े, कैनबांकी, मोहुलडिया,
रोबकेरा, सेरेंगदा – प्रभु संग गाए कलीसिया।
मुरहू, मरंगहदा, डोड़मा, सोयको, मेरोमगुटु, खूंटी,
कंडेर संग मिलकर, जीवन में लाएँ पवित्रता-शुद्धि।
राउरकेला, राजगांगपुर, परोमडीह, बड़ारक्सी, हतिबरी,
युवा जगाएँ विश्वास, गवाही में चमके ज्योति खरी।
रांची, कोकर, कांके, डोरंडा, कडरु प्यारा स्थान,
हटिया-धुर्वा, टकरा-हातुदमी, खेरवाकोचा, सतरंजी महान।
ओ युवा! प्रभु में जियो, समय को मत गँवाओ,
प्रभु के लिए जीवन दो, गवाही से जग चमकाओ।
स्तुति, सेवा, सत्संगति हो जीवन का आधार,
इसी से दमकेगा सचमुच, छोटानागपुर का हर युवा संसार।